Gurdjieff Philosophy: How to Awaken Consciousness and Break Free from Mechanical Living 1. भूमिका – जब जीवन नींद जैसा लगे क्या तुम्हें कभी ऐसा लगा है कि दिन बीतते जा रहे हैं, काम चलते जा रहे हैं, लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन भीतर कोई जागृति नहीं है? जैसे ज़िंदगी एक तरह की ऑटोमैटिक मशीन बन गई हो — सुबह उठना, काम पर जाना, बातें करना,…
और पढ़ेंWhat is Meditation? Types, Benefits, Postures and How to Meditate (Complete Guide in Hindi) 1. भूमिका – क्यों ज़रूरी है ध्यान? कल्पना करो, तुम रोज़ सुबह उठते हो और मोबाइल की नोटिफिकेशन, काम की लिस्ट, घर की ज़िम्मेदारियाँ और दिमाग़ में घूमते सैकड़ों विचारों के साथ दिन की शुरुआत करते हो। कुछ देर बाद ही मन थक जाता है, शरीर बोझिल लगने ल…
और पढ़ेंHow Mantras Change the Taste of Water? The Amazing Secret of Sound, Energy and Science 1. भूमिका – जब पानी का स्वाद बिना किसी मिलावट बदल जाए बचपन का एक दृश्य आज भी साफ है। दादी एक पीतल का लोटा भरकर आंगन में बैठतीं, आँखें बंद, होंठों पर हल्की मुस्कान, और धीमे-धीमे मंत्र गूंजता—“ॐ…ॐ…”। कुछ क्षण बाद वो पानी मुझे देतीं। मैं घूंट भरता और…
और पढ़ेंBeyond the Silence of Meditation: A Journey into Compassion and Inner Sensitivity लेख के मुख्य बिंदु 1. परिचय – जब हृदय कुछ महसूस करता है 2. संवेदना क्या है? – अनुभूति, जो शब्दों से परे होती है 3. करुणा: हृदय से बहती दिव्यता 4. ध्यान से आगे की अवस्था क्यों? 5. हृदय चक्र (अनाहत): संवेदना और करुणा का स्रोत 6. करुणा और संवेदना को स…
और पढ़ें